Climate and Health Air Monitoring Project
(CHAMP)
Mobilizing Health Care Facilities for Air Pollution Monitoring and Communicators of Air for better Health
Jagran - Ankesh Thakur
डॉ मोर बीते 21 वर्षों से पर्यावरण और पब्लिक हेल्थ के क्षेत्र में काम कर रही हैं। कोरोना काल में उन्होंने हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर लोगों के लिए कई जागरूकता अभियान चलाए थे। वह खासतौर पर बच्चों और महिलाओं की हेल्थ को लेकर वर्षों से काम कर रही हैं।
डॉ मोर बीते 21 वर्षों से पर्यावरण और पब्लिक हेल्थ के क्षेत्र में काम कर रही हैं। कोरोना काल में उन्होंने हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर लोगों के लिए कई जागरूकता अभियान चलाए थे। वह खासतौर पर बच्चों और महिलाओं की हेल्थ को लेकर वर्षों से काम कर रही हैं।
डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के पर्यावरण विभाग में प्रोफेसर डॉ सुमन मोर का चयन नेशनल अवार्ड के लिए हुआ है। इस संबंध में डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी भारत सरकार की ओर से विजेताओं की घोषणा कर दी गई है। डॉ सुमन को यह पुरस्कार साइंस एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाएगा। नेशनल साइंस डे के मौके पर नई दिल्ली में आयोजित होने वाले समारोह में यह पुरस्कार दिया जाता है। पुरस्कार के तहत प्रशंसा पत्र और 2 लाख का पुरस्कार मिलेगा।
डॉ मोर बीते 21 वर्षों से पर्यावरण और पब्लिक हेल्थ के क्षेत्र में काम कर रही हैं। कोरोना काल में उन्होंने हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर लोगों के लिए कई जागरूकता अभियान चलाए थे। वह खासतौर पर बच्चों और महिलाओं की हेल्थ को लेकर बीते कई वर्षों से काम कर रही हैं। पीजीआई चंडीगढ़ और चंडीगढ़ प्रशासन के साथ मिलकर भी इन्होंने कोरोना काल में काफी अच्छा काम किया है। करोना काल में बच्चों को जागरूक करने के लिए उन्होंने कॉमिक्स कि कई सीरीज भी तैयार की थी, जिसे 20 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में प्रकाशित किया जा चुका है। पर्यावरण और हेल्थ पर इनके द्वारा 90 से अधिक आर्टिकल प्रकाशित हो चुके हैं। कई राज्यों के साथ पर्यावरण और क्लाइमेट चेंज पर भी इन्हें प्रोजेक्ट मिले हुए हैं, जिन पर वह लगातार काम कर रही हैं।
डॉ सुमन ने कहा कि यह पुरस्कार सिर्फ उनके लिए नहीं बल्कि पंजाब यूनिवर्सिटी के लिए सम्मान की बात है। मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा अक्टूबर 2021 में नेशनल अवार्ड के लिए आवेदन मांगे थे। यह पुरस्कार छह श्रेणियों में दिए जाएंगे, जिसमें 5 लाख और दो लाख कैश अवार्ड शामिल है। चंडीगढ़ से यह पुरस्कार पाने वाली डॉ. मोर एकमात्र शिक्षिका है। डॉ मोर की इस उपलब्धि पर पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति प्रोफेसर राजकुमार और अन्य शिक्षकों ने भी उन्हें बधाई दी है।