Climate and Health Air Monitoring Project
(CHAMP)
Mobilizing Health Care Facilities for Air Pollution Monitoring and Communicators of Air for better Health
ETV Bharat
देश में कोरोना वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है. हरियाणा में भी लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. वहीं दूसरी ओर डेंगू का डर बना हुआ. डेंगू से कैसे बचे इसके बारे में चंडीगढ़ पीजीआई डॉक्टर ने जानकारी दी.
चंडीगढ़: देश में कोरोना का संकट तो चल ही रहा है. वहीं बारिश होने के कारण डेंगू भी पैर पसार सकता है. ऐसे में हमें डेंगू से बचने के लिए किस तरह सावधानी रखनी चाहिए. इसके लिए ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ पीजीआई स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एडिशनल प्रोफेसर डॉक्टर रविंद्र खैवाल से खास बातचीत की.
इस बारे में बात करते हुए डॉक्टर खैवाल ने बताया की जिन मच्छर की वजह से डेंगू फैलता है. उसे आम भाषा में टाइगर मच्छर भी कहते हैं. क्योंकि उसके शरीर पर सफेद रंग की धारियां होती हैं और वो टाइगर की तरह घात लगाकर काटता है. ये मच्छर दिन के वक्त काटता है. डेंगू से बचावडेंगू से बचाव के लिए हमें अपने घर के आस-पास पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए. गमले, कूलर, बेकार पड़ा सामान, टायर आदि में पानी जमा नहीं रहने देना चाहिए. हम जिन बर्तनों में पक्षियों को पानी पिलाते हैं. उनका पानी भी हर रोज बदल देना चाहिए. क्योंकि जहां पर पानी होगा वहां पर मच्छर के लारवा पैदा हो जाएंगे.उन्होंने कहा कि इस साल बारिश भी ज्यादा हुई है और प्रशासन लोगों में हर साल की तरह जागरूकता अभियान नहीं करवा सका है. इसलिए इस साल केस बढ़ने की ज्यादा आशंका है. इस साल पिछले साल के मुकाबले डेंगू के ज्यादा मरीज सामने आ सकते हैं. डॉ. रविंद्र ने कहा कि कोरोना का महासंकट भी जारी है. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को डेंगू या मलेरिया होता है तो वो कोरोना के डर से घबरा जाएगा.डेंगू और कोरोना के लक्षण अलग-अलगउन्होंने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि डेंगू और कोरोना के लक्षण अलग-अलग हैं. जहां कोरोना में बुखार जुखाम और सांस लेने में तकलीफ होती है तो वो डेंगू में तेज बुखार और सिर में दर्द होता है. अगर किसी को कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो उसे स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर फोन करना चाहिए. जहां पर उसे सभी सवालों के जवाब भी दिए जाएंगे और उसका इलाज भी सही तरीके से किया जाएगा.