Climate and Health Air Monitoring Project
(CHAMP)
Mobilizing Health Care Facilities for Air Pollution Monitoring and Communicators of Air for better Health
ETV Bharat
कोरोना वायरस के प्रति सरकार लोगों को लगातार जागरूक कर रही है. लेकिन अभी तक लोगों को इस वायरस के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाई है. ईटीवी भारत ने कोरोना पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टर से कोरोना वायरस के सभी भ्रांतियों के बारे में जाना.
डीगढ़: इस समय कोरोना वायरस दुनिया के हर देश में पहुंच चुका है और आए दिन बहुत से केस सामने आ रहे हैं. सरकारें लगातार लोगों को इसके बारे में जागरूक करने और सभी तरह की जानकारी देने में लगी हुई हैं. लेकिन अभी तक लोगों को इस वायरस के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाई है, जिसको लेकर लोगों में कई तरह के मिथक बन गए. जिससे लोगों तक कोरोना के बारे में सही जानकारी नहीं पहुंच पा रही है.
इन्हीं सब बातों का ध्यान रखते हुए ईटीवी भारत ने पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉक्टर रविंद्र खैवाल से खास बातचीत की. जिसमें कोरोना से जुड़ी सभी भ्रांतियों के बारे में जाना.कोरोना को लेकर अभी भी लोगों में कई तरह की भ्रांतियांक्या अधिक तापमान होने से करोना वायरस खत्म हो जाता?इसके बारे में बात करते हुए डॉक्टर रविंद्र ने कहा कि करोना वायरस का तापमान से कोई लेना देना नहीं है. ऐसी कोई भी रिसर्च अभी तक सामने नहीं आई है इससे यह साबित होता है कि तापमान बढ़ने पर यह वायरस खत्म हो जाता है. करोना वायरस को लेकर कई देशों में अभी भी रिचार्ज जारी है लेकिन अभी तक किसी भी रिसर्च में यह सामने नहीं आया है कि इस वायरस पर तापमान का कोई असर पड़ता है.दो इंसानों के बीच कम से कम कितनी दूरी होनी चाहिए ?डॉ. रविंद्र ने बताया कि दो इंसानों में बात करते समय कम से कम 1 मीटर की दूरी होनी ही चाहिए. इसके अलावा दोनों के मुंह ढके होने चाहिए. उन्होंने कहा कि हम किसी से भी बात करें. हमें दूरी को बनाए रखना चाहिए. क्योंकि हमें यह नहीं पता होता कि कौन व्यक्ति संक्रमित है और कौन व्यक्ति संक्रमित नहीं है. बहुत से ऐसे मरीज भी सामने आए हैं. जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था. लेकिन बाद में वह संक्रमित पाए गए. इसलिए दो लोगों के बीच में कम से कम 1 मीटर की दूरी होनी ही चाहिए और दोनों लोग मुंह ढककर ही आपस में बात करें.कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोग किस तरह के मास्क का करें इस्तेमाल ?डॉक्टर रविंद्र ने बताया कि लोग किसी भी तरह का मास्क पहन सकते हैं. क्योंकि घर में या आसपास मुंह को ढकना बेहद जरूरी है. लोग रुमाल या गमछा से भी मुंह ढक सकते हैं. महिलाएं अपने दुपट्टे से मुंह को कवर कर सकती हैं. वो भी मास्क का ही काम करेगा. लेकिन जब हम किसी ऐसी जगह पर जाएं जैसे अस्पताल में, जहां पर संक्रमण का खतरा ज्यादा हो. वहां पर हमें n95 जैसे हाई क्वालिटी मास्क पहनने चाहिए. लेकिन घर में या आसपास इस तरह के मास्क की जरूरत नहीं है. वहां पर हम सामान्य मास्क या फिर सामान्य कपड़े से भी मुंह ढक सकते हैं.हाथों की सफाई का कैसे रखें ध्यान ?वायरस के फैलने के बाद ज्यादातर लोग हाथों को साफ करने के लिए सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके बारे में बात करते हुए डाक्टर रविंदर ने बताया कि हमें हाथों को साफ करने के लिए सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की ज्यादा जरूरत नहीं है. अगर हम हाथों को किसी अच्छे साबुन से 20 सेकंड तक साफ करेंगे, तो हाथ साफ हो जाएंगे.इसके अलावा उन्होंने कहा कि आप जब भी घर से बाहर जाएं. वापस आने के बाद हाथ जरूर धोएं. साथ ही खाना खाने और खाना बनाने से पहले भी हाथ धोएं और शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद भी हाथों को अच्छी तरह से धोएं.'बुजुर्गों का खास ध्यान रखना चाहिए'डॉ. रविंदर ने कहा प्रधानमंत्री ने जो 7 बातें बताई. वो सभी महत्वपूर्ण थी. लेकिन उनमें से उन्होंने जो सबसे पहली बात बोली कि घर में बुजुर्गों का खास ध्यान रखें. वो काफी महत्वपूर्ण बात थी. क्योंकि ये वायरस बुजुर्गों पर ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है. इसलिए लोगों को घर में रह रहे बुजुर्गों का खास ध्यान रखना चाहिए.